Courses For Made Career In Hindi:-हिंदी में कॅरियर बनाना चाहते हैं तो करें ये कोर्स

 आजकल जितना क्रेज इंग्लिश का है, उतना ही हिंदी का भी है, फर्क सिर्फ इतना है कि आपको हिंदी से जुड़े संस्थानों में जॉब्स सर्च करना होता है। इसलिए हम आपको वह नौकरियां भी बताने जा रहे हैं, जहां हिंदी में काम करके आप अपना कॅरियर बना सकते हैं।


अगर आप हिंदी में कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो आप एमए और बीए करके भी अपना भविष्य संवार सकते हैं, आपको हिंदी और हिंदी साहित्य से बीए करना होगा, अगर आप एमए कर रहे हैं, तो भी आप हिंदी या हिंदी साहित्य से एमए करके विभिन्न प्रकार की नौकरियां कर सकते हैं। आजकल जितना क्रेज इंग्लिश का है, उतना ही हिंदी का भी है, फर्क सिर्फ इतना है कि आपको हिंदी से जुड़े संस्थानों में जॉब्स सर्च करना होता है। इसलिए हम आपको वह नौकरियां भी बताने जा रहे हैं, जहां हिंदी में काम करके आप अपना कॅरियर बना सकते हैं।


विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली हिंदी भाषा की मांग देश-दुनिया में लगातार बढ़ती जा रही है। दुनियाभर में 34 करोड़ से भी ज्यादा लोगों के लिए हिंदी उनकी पहली भाषा और करीब 60 करोड़ लोग हिंदी को दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं। दिनोंदिन बढ़ती इसी मांग और पहचान के चलते हिंदी में कॅरियर के कई ऑप्शन मौजूद हैं। हिंदी को संसदीय कार्य से लेकर न्यायिक और सरकारी संस्थानों में ऑफिशियल कम्युनिकेशन के लिए उपयोग किया जाता है। यदि आपकी हिंदी व्याकरण पर अच्छी पकड़ है। आपके पास अच्छे शब्द हैं और आकर्षक शैली में लिखना भी जानते हैं तो इस भाषा में कॅरियर के एक या दो नहीं, बल्कि कई विकल्प हैं। जानते हैं किन क्षेत्रों में हिंदी भाषा आगे बढ़ा सकती है-

कॅरियर ऑप्शन

-राजभाषा ऑफिसर

-हिंदी पत्रकारिता

-कंटेंट राइटर/एडिटर

-ट्रांसलेटर

-इंटरप्रिटेशन

-वॉयस ओवर आर्टिस्ट

-हिंदी स्टेनोग्राफर

-स्पीच राइटर

-नॉवलिस्ट/राइटर

-हिंदी टीचर

-कवि

-भाषा प्रशिक्षक-पटकथा लेखक

-डिजिटल मार्केटिंग

-स्पीच राइटर

ये करें कोर्स........

बी.ए./बी.ए. (ऑनर्स) (हिन्दी/हिन्दी साहित्य)

एम.ए. (हिन्दी/हिन्दी साहित्य)

ये कोर्स भी कर सकते हैं
आप अगर मीडिया में काम करना चाहते हैं, तो आप ये कोर्स भी कर सकते हैं, इनके माध्यम से आप डिजिटल या प्रिंट मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया पर भी पत्रकारिता कर सकते हैं।


-बैचलर डिग्री इन मास कम्यूनिकेशन

-पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया

-पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म

-एमए इन जर्नलिज्म

-जर्नलिज्म एंड पब्लिक रिलेशन

-डिप्लोमा इन जर्नलिज्म


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